परिचय:
बिहार राज्य के सीतामढ़ी जिले में स्थित पुनौरा धाम एक अत्यंत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो माता सीता के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है। यह स्थान हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। पुराणों और जनश्रुतियों के अनुसार, यही वह स्थान है जहां महाराज जनक को हल चलाते समय धरती से सीता माता प्राप्त हुई थीं।
स्थान का धार्मिक महत्व:पुनौरा धाम को ‘सीता जन्मभूमि’ कहा जाता है। यह स्थान वाल्मीकि रामायण और अन्य धार्मिक ग्रंथों में वर्णित कथा के आधार पर स्थापित है। यहां स्थित सीता माता जन्मस्थली मंदिर में भक्तजन बड़ी संख्या में दर्शन और पूजा-अर्चना करने आते हैं, विशेषकर रामनवमी और सीता नवमी के अवसर पर।
मुख्य आकर्षण:
- सीता जन्मस्थान मंदिर – यह मंदिर पुनौरा गांव में स्थित है और इसकी वास्तुकला पारंपरिक भारतीय शैली की है।
- जनक कुण्ड – यह पवित्र कुण्ड है जहां माता सीता को हल चलाते समय महाराज जनक ने पाया था। श्रद्धालु यहां स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं।
- सप्तर्षि आश्रम – ऐसा माना जाता है कि सप्त ऋषियों ने इसी क्षेत्र में तपस्या की थी।
- रामायण सर्किट योजना के तहत केंद्र सरकार इस स्थान को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर रही है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व:
पुनौरा धाम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। यहाँ हर वर्ष लाखों श्रद्धालु देश और विदेश से आते हैं। यह क्षेत्र मिथिला संस्कृति और परंपराओं का जीवंत उदाहरण है।
कैसे पहुंचें:
- रेल मार्ग: सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन निकटतम स्टेशन है, जो भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा है।
- सड़क मार्ग: बिहार के किसी भी भाग से सड़क के माध्यम से आसानी से पुनौरा धाम पहुँचा जा सकता है।
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा दरभंगा है, जो लगभग 70 किमी दूर स्थित है।
निष्कर्ष:
पुनौरा धाम केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, आस्था और परंपरा का जीता-जागता प्रतीक है। यह स्थान नारी शक्ति के स्वरूप माता सीता के जन्मस्थल के रूप में विशेष महत्त्व रखता है। अगर आप कभी बिहार आएं, तो इस पावन धाम की यात्रा अवश्य करें।
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