विश्वास दिलाता हूं ,मासूमों को मारने वाले आतंकी बख्शे नहीं जाएँगे :अमित शाह

​22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। हमलावरों ने दोपहर 3 बजे के करीब पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले की जिम्मेदारी ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ नामक संगठन ने ली है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा माना जा रहा है ।​

प्रमुख घटनाक्रम:

  • हमलावरों की पहचान: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन संदिग्ध आतंकियों के नाम और स्केच जारी किए हैं—हाशिम मूसा उर्फ सुलैमान, अली भाई उर्फ तल्हा भाई और आदिल हुसैन ठोकर। इनमें से दो पाकिस्तानी मूल के हैं, जबकि आदिल हुसैन स्थानीय निवासी है। इनकी गिरफ्तारी पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है ।
  • पीड़ितों की कहानियाँ: कई पीड़ितों की दर्दनाक कहानियाँ सामने आई हैं। कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने बताया कि हमलावर ने पहले धर्म पूछा और फिर गोली मार दी । सूरत के शैलेश कलाठिया की पत्नी ने बताया कि आतंकी उनके पति को मारने के बाद हँस रहा था ।​
  • राजनीतिक और कूटनीतिक प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और अपराधियों को न्याय दिलाने का संकल्प लिया। भारत ने पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंधों को घटाया, सिंधु जल संधि को निलंबित किया, और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया ।​
  • सामाजिक प्रभाव: हमले के बाद कश्मीर से लेकर जम्मू तक विरोध प्रदर्शन हुए। लोगों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई और कहा कि “चुप रहना पाप है” ।​

और जानकारी के लिए

पहलगाम आतंकी हमला –
हाल ही में 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने क्षेत्र में पहले हुए हमलों की भयावह यादें ताज़ा कर दी हैं, विशेष रूप से मार्च 2000 का चित्तीसिंगपुरा सिख नरसंहार। इस नवीनतम घटना में, कम से कम 26 लोगों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, की लोकप्रिय बाईसरन घास के मैदान में एक दुखद घटना में जान चली गई, जिसे अक्सर “मिनी स्विट्जरलैंड” कहा जाता है।
पहलगाम हमले का मुख्य विवरण:

  • तिथि और स्थान: 22 अप्रैल, 2025, बाईसरन घास का मैदान, पहलगाम के पास, अनंतनाग जिला, जम्मू और कश्मीर।
  • हताहत: कम से कम 26 लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे, जिनमें हनीमून पर गया एक भारतीय नौसेना अधिकारी और एक खुफिया ब्यूरो का अधिकारी भी शामिल था।
  • जिम्मेदारी: द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), एक आतंकवादी समूह जिसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का छद्म संगठन माना जाता है, ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
  • हमले का तरीका: प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों, जिनमें से कुछ सैन्य वर्दी में थे, ने पीड़ितों से उनके नाम और धर्म पूछे और फिर गोलीबारी शुरू कर दी। कुछ बचे लोगों ने बताया कि उन्हें कलमा, इस्लामी आस्था की घोषणा, पढ़ने के लिए कहा गया था।
  • अपराधी: सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में शामिल तीन संदिग्ध आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं। ये व्यक्ति कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं और इनमें दो पाकिस्तानी नागरिक और अनंतनाग का एक स्थानीय निवासी शामिल है। उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को ₹20 लाख का इनाम घोषित किया गया है।
  • संभावित मकसद: जबकि कोई विशेष मकसद निश्चित रूप से स्थापित नहीं किया गया है, ऐतिहासिक पैटर्न बताते हैं कि उच्च-प्रोफाइल यात्राओं (इस मामले में, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस की भारत यात्रा) के दौरान ऐसे हमलों का उद्देश्य अधिकतम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करना है। एक संभावित नारको-आतंकवाद लिंक की भी जांच चल रही है, जिससे पता चलता है कि ड्रग मनी का इस्तेमाल इन अभियानों के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है।
  • परिणाम और प्रतिक्रिया:
  • भारत ने इस हमले की कड़ी निंदा की है, और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया है। उन्होंने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए सऊदी अरब की अपनी यात्रा भी बीच में ही समाप्त कर दी।
  • सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने पाकिस्तान के खिलाफ कई जवाबी उपायों की घोषणा की, जिसमें दोनों उच्चायोगों में कर्मचारियों की कमी और पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित करना शामिल है।
  • सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पहलगाम और आसपास के इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है।
  • हमले की व्यापक शोक और निंदा हुई है, और कई लोगों को क्षेत्र में पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने का डर है।
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने हमले में घायल हुए लोगों के लिए रिलायंस अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा उपचार की पेशकश की।
    ऐतिहासिक संदर्भ:
    यह हमला दुखद रूप से कश्मीर में नागरिकों को लक्षित करने वाली पिछली घटनाओं की याद दिलाता है, जिनमें शामिल हैं:
  • चित्तीसिंगपुरा नरसंहार (20 मार्च, 2000): तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा की पूर्व संध्या पर अनंतनाग जिले में 36 सिखों की हत्या कर दी गई थी।
  • 2000 अमरनाथ तीर्थयात्रा नरसंहार (2 अगस्त, 2000): पहलगाम के पास नुनवान में एक नरसंहार में हिंदू तीर्थयात्रियों, स्थानीय मुस्लिम दुकानदारों और सुरक्षा अधिकारियों सहित 32 लोग मारे गए थे। इस हमले के लिए भी लश्कर-ए-तैयबा को दोषी ठहराया गया था।
    पहलगाम हमला 2019 के पुलवामा बम विस्फोट के बाद कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक हमला है, जो क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए जारी चुनौतियों को उजागर करता है।

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पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला, 28 की मौत l

  • हमले का स्थान: पहलगाम के पास बैसरन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है।
  • मृतक: 28 लोग, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल हैं। मृतकों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश के पर्यटक और नेपाल तथा यूएई के नागरिक शामिल हैं। एक भारतीय नौसेना अधिकारी भी शहीद हुए हैं।
  • घायल: 17 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
  • जिम्मेदारी: ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है।
  • भारत की प्रतिक्रिया: भारत ने इस हमले पर कड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर वापस लौट आए हैं और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक बुलाई है। सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते को रोकना, अटारी बॉर्डर से आवाजाही बंद करना, पाकिस्तानियों का वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द करना और उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश देना, पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद करना और भारत में पाकिस्तानी दूतावास बंद करके पाकिस्तानी राजनयिकों को 7 दिन में देश छोड़ने का आदेश देना शामिल है। इसके साथ ही, अगले आदेश तक किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को भारतीय वीजा नहीं दिया जाएगा।
  • सुरक्षा बलों की कार्रवाई: भारतीय सुरक्षा बलों ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
  • राजनीतिक प्रतिक्रिया: इस हमले की देशभर में कड़ी निंदा हो रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया है।
    यह हमला कश्मीर में पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका है और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने का संकल्प लिया है।

पाकिस्तानियों के भारत आने पर रोक, आतंकियों पर 20 लाख के इनाम की घोषणा

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यूपीएससी सिविल सर्विस फाइनल रिजल्ट जारी, शक्ति दुबे ने किया टॉप, देखें टॉप 10 कैंडिडेट्स की लिस्ट

UPSC RESULT 2025 TOPER LIST

शक्ति दुबे ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पहला स्थान हासिल किया है। वह प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं।
UPSC CSE 2024 के टॉप 10 उम्मीदवार इस प्रकार हैं:

रैंकरोल नंबरनाम
10240782शक्ति दुबे
20101571हर्षिता गोयल
30867282डोंगरे अर्चित पराग
40108110शाह मार्गी चिराग
50833621आकाश गर्ग
60818290कोमल पुनिया
76902167आयुषी बंसल
86613295राज कृष्णा झा
90849449आदित्य विक्रम अग्रवाल
105400180मयंक त्रिपाठी

बिहार के लाल किया कमाल

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 का अंतिम परिणाम 22 अप्रैल 2025 को घोषित किया। इस परीक्षा के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं (समूह ‘क’ और समूह ‘ख’) के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।
कुल 1009 उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए सिफारिश की गई है। इन चयनित उम्मीदवारों में सामान्य वर्ग के 347, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के 115, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के 303, अनुसूचित जाति (SC) के 165 और अनुसूचित जनजाति (ST) के 86 उम्मीदवार शामिल हैं।
आप यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर परिणाम देख सकते हैं। परिणाम पीडीएफ प्रारूप में उपलब्ध है, जिसमें चयनित उम्मीदवारों के नाम और रोल नंबर दिए गए हैं।

https://upsconline.gov.in

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Vaibhav Suryavanshi :14 साल के वैभव सूर्यवंशी बिहार के लाल की IPL में विस्फोटक एंट्री

vaibhav suryavanshi

वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर में हुआ था। वह एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उनके पिता का नाम संजीव सूर्यवंशी है, जो खुद भी एक क्रिकेटर थे। वैभव ने बहुत कम उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। महज चार साल की उम्र में उन्होंने बल्ला पकड़ लिया था और नौ साल की उम्र में उन्होंने समस्तीपुर क्रिकेट अकादमी में दाखिला ले लिया था, जहाँ उन्होंने अपनी प्रतिभा को निखारा। उनके शुरुआती कोच उनके पिता ही थे। बाद में, सात साल की उम्र में उन्हें ब्रिजेश झा के कैंप में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया।
शिक्षा: वैभव अभी पढ़ाई भी कर रहे हैं और वह बिहार के ताजपुर स्थित डॉ. मुक्तेश्वर सिन्हा मॉडेस्टी स्कूल में आठवीं कक्षा के छात्र हैं। उनकी दादी ने बताया था कि उनका पढ़ाई में कम और क्रिकेट में ज्यादा मन लगता है।
क्रिकेट करियर:
वैभव ने बहुत कम उम्र में ही क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बना ली है।

  • उन्होंने जनवरी 2024 में 12 साल की उम्र में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया।
  • वह लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बने, जब उन्होंने दिसंबर 2024 में 13 साल की उम्र में विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार के लिए खेला।
  • नवंबर 2024 में उन्होंने राजस्थान के खिलाफ टी20 में भी डेब्यू किया था।
  • वैभव 13 साल की उम्र में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का अनुबंध पाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने, जब उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में शामिल किया।
  • 19 अप्रैल 2025 को, उन्होंने 14 साल और 23 दिन की उम्र में आईपीएल में पदार्पण किया और ऐसा करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उन्होंने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
  • अपने आईपीएल डेब्यू मैच में उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग की और पहली ही गेंद पर छक्का मारकर अपना खाता खोला। उन्होंने 20 गेंदों में 34 रन बनाए, जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल थे।
  • वैभव आईपीएल के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका जन्म आईपीएल की शुरुआत (2008) के बाद हुआ है।
    उपलब्धियां:
  • वैभव अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले खिलाड़ी थे।
  • उन्होंने 2024 एसीसी अंडर-19 एशिया कप में भी शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें यूएई के खिलाफ 46 गेंदों में 76 रन और सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 36 गेंदों में 67 रन बनाए थे।
  • आईपीएल 2025 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें ₹1.10 करोड़ में खरीदा।
  • वह आईपीएल में डेब्यू करते ही पहली गेंद पर छक्का लगाने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं।
    वैभव सूर्यवंशी एक उभरते हुए क्रिकेट सितारे हैं और अपनी कम उम्र में ही कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं। क्रिकेट जगत उनसे भविष्य में और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है।

Hi, IAM AMITESH KUMAR

Bihar Graduation Admission 2025 : Online Apply For B.A, B.Sc & B.Com Full Details Here

Bihar Graduation Admission 2025 : नमस्कार दोस्तों , बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में सत्र 2025-26 के लिए स्नातक प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने वाली है। अगर आप भी इस शैक्षणिक सत्र में नामांकन लेना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार और विभिन्न विश्वविद्यालयों ने Bihar Graduation Admission 2025 को लेकर नई अपडेट जारी की है, जिसकी पूरी जानकारी आपको यहां मिलेगी। इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें ताकि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

बिहार राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में सत्र 2025-26 के लिए यूजी (UG) कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इस लेख में आपको आवेदन की प्रक्रिया, पात्रता, महत्वपूर्ण तिथियां और अन्य आवश्यक जानकारियां दी जाएंगी।

पाठ्यक्रम स्नातक (UG) – बीए (B.A), बीएससी (B.Sc), बीकॉम (B.Com)
सत्र 2025-2029
सेमेस्टर प्रथम सेमेस्टर
योग्यता12वीं उत्तीर्ण छात्र
आवेदन प्रक्रिया 17-04-2025
विस्तृत जानकारी कृपया लेख को पूरा पढ़े

इस वर्ष बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एंट्रेंस एग्जाम (Entrance Exam) के आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए होगी जो UG कोर्स (बीए, बीएससी, बीकॉम) में नामांकन लेना चाहते हैं।

बिहार सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बार प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रणाली लागू की है। इस प्रणाली के माध्यम से छात्र घर बैठे ही अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।

आवेदन की शुरुआत17-04-2025
आवेदन की अंतिम तिथि15-05-2025

नोट: सभी छात्रों को अपने विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सही तिथियां जांचने की सलाह दी जाती है

न्यूनतम शुल्क₹600 (विश्वविद्यालय के अनुसार परिवर्तन संभव)
अधिकतम शुल्क₹1,500 (विश्वविद्यालय के अनुसार परिवर्तन संभव)
  • बीए (B.A): 12वीं कक्षा उत्तीर्ण (Arts, Science, Commerce में से किसी एक स्ट्रीम से)
  • बीएससी (B.Sc): 12वीं कक्षा में विज्ञान (Science) स्ट्रीम से उत्तीर्ण, न्यूनतम 45% अंकों के साथ
  • बीकॉम (B.Com): 12वीं कक्षा में वाणिज्य (Commerce) स्ट्रीम से उत्तीर्ण, न्यूनतम 45% अंकों के साथ

अगर आप बिहार के किसी विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्स (बीए, बीएससी, बीकॉम) में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा –

  1. सबसे पहले सभी आवेदक अपने विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. होम पेज पर ‘Apply Online’ या ‘Registration’ का विकल्प चुनें।
  3. आवेदन फॉर्म में आवश्यक विवरण भरें।
  4. अपना पासपोर्ट साइज फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करें।
  5. सभी जरूरी दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करें।
  6. शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करें।
  7. सभी छात्र अपना जानकारी सही भरने के बाद ‘Submit’ बटन पर क्लिक करें।
  8. आवेदन की पावती (Receipt) डाउनलोड कर प्रिंट आउट निकाल लें।
  1. 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
  2. आधार कार्ड या अन्य पहचान प्रमाण
  3. पासपोर्ट साइज फोटो
  4. ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर
  5. श्रेणी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  6. आवासीय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)

अगर आप बिहार के किसी विशेष विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके संबंधित विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जा सकते हैं 

सीतामढ़ी से हो तो कॉलेज चुन सकते है जैसे की l

Sri Radha Krishna Goenka CollegeMatashri Kaushalya Ramdev Dr. Ganesh Ray Degree College Sitamarhi
Ram Sewak Singh Mahila CollegeR JhA College Sitamarhi
S L K CollegeDr. ganesh ray degree college
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुरपटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना
पटना विश्वविद्यालयवीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुरललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा 
मगध विश्वविद्यालय, बोधगया

दोस्तों, इस लेख में हमने Bihar Graduation Admission 2025 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है, जिसमें आवेदन प्रक्रिया, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, आवेदन शुल्क और विश्वविद्यालयों की सूची शामिल है। अगर आप बिहार के किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्स के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।

हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।

https://umis.brabu.ac.in

यूजीसी नेट जून 2025 पंजीकरण शुरू

यूजीसी नेट जून 2025 पंजीकरण शुरू – लिंक, दिशानिर्देश और महत्वपूर्ण तिथियाँ
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने आधिकारिक तौर पर यूजीसी नेट जून 2025 परीक्षा के लिए पंजीकरण विंडो खोल दी है। इच्छुक उम्मीदवार अब आधिकारिक वेबसाइट – ugcnet.nta.ac.in पर जाकर राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 7 मई, 2025, रात 11.59 बजे तक है, जबकि परीक्षा शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि 8 मई, 2025 है।
आवेदन गाइड
आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों को यूजीसी नेट पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा, अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉग इन करना होगा, ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे, आवश्यक शुल्क का भुगतान करना होगा और फॉर्म जमा करना होगा। सफल जमा करने पर एक पुष्टिकरण पृष्ठ उत्पन्न होगा, जिसे उम्मीदवारों को डाउनलोड करने और भविष्य के संदर्भ के लिए रखने की सलाह दी जाती है।
सामान्य (अनारक्षित) उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क ₹1150 है, ओबीसी-एनसीएल/सामान्य-ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए ₹600 है, और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी/तृतीय लिंग के उम्मीदवारों के लिए शुल्क ₹325 है। भुगतान क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ
एनटीए की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, जमा किए गए आवेदन में विवरणों को संपादित करने के लिए सुधार विंडो 9 मई से 10 मई, 2025 तक, रात 11.59 बजे तक खुली रहेगी। परीक्षा शहर की पर्चियों और प्रवेश पत्र जारी करने की तारीखें बाद में घोषित की जाएंगी। यूजीसी नेट जून 2025 परीक्षा अस्थायी रूप से 21 जून से 30 जून, 2025 के बीच आयोजित होने वाली है।
यूजीसी नेट भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर और/या जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ)/पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्ध�

https://ugcnet.nta.ac.in/images/public-notice-opening-of-the-online-portal-for-submission-of-online-application-form-for-ugc-net-june-2025.pdf

यूजीसी नेट परीक्षा: पूरी जानकारी (UGC NET Exam: Full Details in Hindi)

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यूजीसी नेट परीक्षा: पूरी जानकारी (UGC NET Exam: Full Details in Hindi)
यूजीसी नेट (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर (Assistant Professor) के पद के लिए और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्रदान करने के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाती है – आमतौर पर जून और दिसंबर में।
यहां यूजीसी नेट परीक्षा से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है:

  • जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF): सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा 30 वर्ष है। विभिन्न आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों को आयु में छूट मिलती है।
    • एससी/एसटी/ओबीसी (एनसीएल)/पीडब्ल्यूडी/ट्रांसजेंडर: 5 वर्ष की छूट।
    • सभी श्रेणियों की महिलाएं: 5 वर्ष की छूट।
    • एलएलएम डिग्री धारक: 3 वर्ष की छूट।
    • सशस्त्र बलों में सेवा करने वाले उम्मीदवार: 5 वर्ष तक की छूट।
  • राष्ट्रीयता: उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • यूजीसी नेट क्या है? (What is UGC NET?)
    ✓ फुल फॉर्म: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (University Grants Commission National Eligibility Test)
    ✓ यह परीक्षा उन उम्मीदवारों की पात्रता निर्धारित करती है जो भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर बनना चाहते हैं और/या शोध करना चाहते हैं।
    ✓ नेट क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवारों में से शीर्ष 6% मेरिट वाले जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए पात्र होते हैं।
    ✓ जेआरएफ के लिए चुने गए उम्मीदवार अपनी उच्च शिक्षा और शोध के दौरान वित्तीय सहायता प्राप्त करते हैं।
    ✓ असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए क्वालिफाई करने की कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
  • यूजीसी नेट परीक्षा क्यों दी जाती है? (Why appear for UGC NET Exam?)
    ✓ सहायक प्रोफेसर बनने के लिए: यह भारत के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के पद के लिए एक अनिवार्य योग्यता है।
    ✓ जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्राप्त करने के लिए: जेआरएफ क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवार पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं और शोध के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
    ✓ अन्य लाभ: कई सरकारी और निजी नौकरियों में नेट-क्वालिफाइड उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • यूजीसी नेट परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria for UGC NET Exam):
    ✓ शैक्षणिक योग्यता:
    ✓ उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में मास्टर डिग्री या समकक्ष परीक्षा में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
    ✓ अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) गैर-क्रीमी लेयर, विकलांग व्यक्ति (PwD), और ट्रांसजेंडर श्रेणी के उम्मीदवारों को 5% अंकों की छूट दी जाती है।
    ✓ जो उम्मीदवार अपनी मास्टर डिग्री या समकक्ष परीक्षा के अंतिम वर्ष में हैं या जिनका परिणाम प्रतीक्षित है, वे भी आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, उन्हें सहायक प्रोफेसर के लिए पात्रता प्राप्त करने की तिथि से दो साल के भीतर आवश्यक प्रतिशत अंकों के साथ अपनी मास्टर डिग्री पूरी करनी होगी।
    ✓ चार वर्षीय स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार भी कुछ शर्तों के साथ परीक्षा के लिए पात्र हैं।
    ✓ आयु सीमा (Age Limit):
    # सहायक प्रोफेसर: कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
  1. यूजीसी नेट परीक्षा का पैटर्न (UGC NET Exam Pattern):
  • परीक्षा एक ही सत्र में आयोजित की जाती है और इसमें दो पेपर होते हैं: पेपर 1 और पेपर 2।
  • दोनों पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) होते हैं।
  • परीक्षा की कुल अवधि 3 घंटे होती है और पेपर के बीच कोई ब्रेक नहीं होता है।
  • प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में होता है।
  • पेपर 1:
  • इसमें 50 प्रश्न होते हैं, और प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होता है।
  • कुल अंक 100 होते हैं।
  • यह पेपर शिक्षण और अनुसंधान योग्यता, तर्क क्षमता, बोध, सामान्य जागरूकता आदि का आकलन करता है।
  • पेपर 2:
  • इसमें 100 प्रश्न होते हैं, और प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होता है।
  • कुल अंक 200 होते हैं।
  • यह पेपर उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषय पर आधारित होता है।
  • प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक दिए जाते हैं।
  • गलत उत्तरों के लिए कोई नकारात्मक अंकन नहीं है।
  • खाली छोड़े गए या अनुत्तरित प्रश्नों के लिए कोई अंक नहीं दिया जाएगा।
  1. यूजीसी नेट परीक्षा का सिलेबस (UGC NET Exam Syllabus):
  • यूजीसी नेट का सिलेबस दो पेपरों में विभाजित है:
  • पेपर 1: यह सभी उम्मीदवारों के लिए सामान्य और अनिवार्य है। इसमें 10 इकाइयाँ होती हैं, जिनमें शिक्षण योग्यता, अनुसंधान योग्यता, बोध, संचार, गणितीय तर्क और योग्यता, तार्किक तर्क, डेटा व्याख्या, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT), लोग, विकास और पर्यावरण, और उच्च शिक्षा प्रणाली शामिल हैं।
  • पेपर 2: यह उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषय पर आधारित होता है। यूजीसी विभिन्न विषयों में नेट परीक्षा आयोजित करता है। उम्मीदवार यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट से अपने विषय का विस्तृत सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय विषयों में अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, वाणिज्य, शिक्षा आदि शामिल हैं।
  1. यूजीसी नेट परीक्षा की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for UGC NET Exam?)
  • सिलेबस को समझें: सबसे पहले, यूजीसी नेट के नवीनतम सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और महत्वपूर्ण विषयों की पहचान करें।
  • अध्ययन सामग्री: अच्छी गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री और पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करें।
  • समय सारणी बनाएं: एक व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाएं और प्रत्येक विषय को पर्याप्त समय दें।
  • पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार को समझने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें।
  • मॉक टेस्ट दें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें ताकि आप अपनी प्रगति का आकलन कर सकें और परीक्षा के माहौल से परिचित हो सकें।
  • नोट्स बनाएं: पढ़ते समय महत्वपूर्ण बिंदुओं के संक्षिप्त नोट्स बनाएं।
  • रिवीजन करें: नियमित रूप से पढ़े हुए विषयों का रिवीजन करें।
  • स्वस्थ रहें: पर्याप्त नींद लें, स्वस्थ भोजन करें और तनाव से बचें।
  • सकारात्मक रहें: आत्मविश्वास बनाए रखें और सकारात्मक सोचें।
  1. यूजीसी नेट परीक्षा के महत्वपूर्ण बिंदु:
  • यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है (जून और दिसंबर)।
  • आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किया जाता है।
  • एडमिट कार्ड परीक्षा से कुछ दिन पहले एनटीए की वेबसाइट पर जारी किए जाते हैं।
  • परीक्षा केंद्र का विवरण एडमिट कार्ड पर उल्लिखित होता है।
  • परिणाम एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित किए जाते हैं।

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