बाबर: बीपीएससी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण अध्ययन(Babar for BPSC Prelims and Mains)

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🏹 परिचय

बाबर भारतीय उपमहाद्वीप में मुगल साम्राज्य का संस्थापक था। वह न केवल एक कुशल योद्धा था बल्कि एक संवेदनशील कवि, लेखक और योजनाबद्ध शासक भी था। बीपीएससी की परीक्षाओं में बाबर से संबंधित प्रश्न इतिहास के महत्वपूर्ण खंड के रूप में पूछे जाते हैं, इसलिए इसकी समग्र जानकारी आवश्यक है।


🧬 बाबर का प्रारंभिक जीवन

  • पूरा नाम: ज़हीर-उद्दीन मुहम्मद बाबर
  • जन्म: 14 फरवरी 1483, फरगाना (वर्तमान उज्बेकिस्तान)
  • वंश: तैमूर (पिता की ओर से), चंगेज़ ख़ान (माँ की ओर से)
  • पिता: उमर शेख मिर्जा
  • धर्म: इस्लाम (सुन्नी मुस्लिम)

⚔️ भारत पर आक्रमण और साम्राज्य की स्थापना

बाबर ने भारत पर कुल पाँच बार आक्रमण किया। 1526 में उसने दिल्ली की सल्तनत के अंतिम सुल्तान इब्राहीम लोदी को हराकर मुगल साम्राज्य की नींव रखी।

प्रमुख युद्ध

  1. पानीपत का पहला युद्ध (1526)
    • प्रतिद्वंदी: इब्राहीम लोदी
    • परिणाम: दिल्ली और आगरा पर बाबर का अधिकार
  2. खानवा का युद्ध (1527)
    • प्रतिद्वंदी: राणा सांगा (मालवा, मेवाड़ का शासक)
    • परिणाम: राजपूत शक्ति का पतन, बाबर का दावा – “गाजी”
  3. चंदेरी का युद्ध (1528)
    • प्रतिद्वंदी: मेदिनीराय
    • राजपूतों के प्रतिरोध को कुचलने की रणनीति
  4. घाघरा का युद्ध (1529)
    • प्रतिद्वंदी: अफ़गान शासक महमूद लोदी और बंगाल की सेनाएं
    • परिणाम: पूर्वी भारत पर बाबर का प्रभुत्व

🏛️ प्रशासन और नीतियाँ

  • बाबर ने मुगलों की प्रशासनिक नींव तो रखी, लेकिन विस्तृत प्रणाली का विकास अकबर के समय में हुआ।
  • सेनाओं में तोपों और बारूद के प्रयोग का भारत में प्रारंभिक प्रयोग बाबर ने किया।
  • वह अपने सैनिकों को व्यक्तिगत संबंधों से जोड़कर रखता था, जिससे उसकी सेना में एकता बनी रही।

📚 बाबरनामा (तुज़ुक-ए-बाबरी)

  • बाबर की आत्मकथा, तुर्की भाषा में लिखी गई।
  • इसमें न केवल युद्धों का वर्णन है बल्कि प्रकृति, संस्कृति, साहित्य, जलवायु और सामाजिक जीवन का भी सजीव चित्रण है।
  • यह पुस्तक इतिहास, भूगोल और साहित्य का महत्वपूर्ण स्रोत है।

🎭 बाबर का व्यक्तित्व

  • एक साहित्यप्रेमी, प्रकृति प्रेमी और उदार शासक
  • उन्होंने फारसी, तुर्की और अरबी भाषाओं में दक्षता प्राप्त की थी
  • वह कवि भी था और “बाबर” नाम से काव्य रचता था

⚰️ मृत्यु और उत्तराधिकारी

  • मृत्यु: 26 दिसंबर 1530, आगरा
  • उत्तराधिकारी: हुमायूँ (बेटा)
  • बाद में बाबर के शव को काबुल में दफनाया गया, जहां उसका मक़बरा आज भी है।

📌 बीपीएससी प्रीलिम्स के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

  1. बाबर किस वंश से संबंधित था? – तैमूर वंश
  2. बाबर की आत्मकथा कौन-सी है? – बाबरनामा
  3. पानीपत का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ? – 1526, बाबर और इब्राहीम लोदी
  4. बाबर ने किस युद्ध के बाद ‘गाजी’ की उपाधि धारण की? – खानवा का युद्ध
  5. बाबर का मकबरा कहाँ है? – काबुल (अफगानिस्तान)

✍️ निष्कर्ष

बाबर एक विजेता, रणनीतिकार, लेखक और कवि के रूप में एक बहुआयामी व्यक्तित्व था। उसका शासनकाल भले ही छोटा रहा हो, लेकिन भारत में एक नए युग की शुरुआत उसी ने की थी। बीपीएससी की परीक्षा के दृष्टिकोण से बाबर का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर उसकी युद्ध नीति, प्रशासनिक सोच और साहित्यिक योगदान को लेकर।

यदि आप चाहें तो इसका PDF संस्करण भी प्राप्त कर सकते हैं। तो telegram से pdf download कर सकते है l


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