“नेता वो नहीं जो सत्ता में रहे, नेता वो है जो सच्चाई के साथ खड़ा रहे — सत्यपाल मलिक जी को यही पहचान अमर बनाती है।”
बिहार के पूर्व राज्यपाल श्री सत्यपाल मलिक जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उन्होंने न केवल बिहार, बल्कि जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय जैसे महत्वपूर्ण राज्यों के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वे एक निर्भीक, सच्चे, ईमानदार और जनता के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के धनी थे।
राजनीतिक जीवन में उनकी स्पष्टता, सामाजिक सरोकारों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण और प्रशासनिक कुशलता ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई। सत्यपाल मलिक जी ने राज्यपाल पद की गरिमा को नई ऊँचाइयाँ प्रदान कीं और हमेशा जनहित को प्राथमिकता दी।
उनके निधन से देश ने एक मजबूत, निडर और दूरदर्शी नेता को खो दिया है। यह राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन और कार्य भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों, शुभचिंतकों और प्रशंसकों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य एवं शक्ति प्रदान करें।
“कुछ लोग जाते हैं, लेकिन अपने विचारों, कार्यों और सिद्धांतों से अमर हो जाते हैं। सत्यपाल मलिक जी भी ऐसे ही व्यक्तित्व थे।”