📌 भूमिका
महात्मा बुद्ध भारतीय इतिहास की एक महान आध्यात्मिक और दार्शनिक विभूति हैं। इन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की, जो आज भी विश्व के कई देशों में प्रचलित है। बीपीएससी (BPSC) की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में महात्मा बुद्ध से जुड़े प्रश्न नियमित रूप से पूछे जाते हैं, इसलिए इस विषय का गहन अध्ययन आवश्यक है।
📚 महात्मा बुद्ध का जीवन परिचय
विषय | विवरण |
---|---|
जन्म नाम | सिद्धार्थ गौतम |
जन्म | 563 ई.पू., लुंबिनी (वर्तमान नेपाल) |
पिता | शुद्धोधन (शाक्य गण के राजा) |
माता | महामाया |
पत्नी | यशोधरा |
पुत्र | राहुल |
गुरु | आलार कालाम, उद्दक रामपुत्त |
ज्ञान प्राप्ति | 35 वर्ष की उम्र में बोधगया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे |
महापरिनिर्वाण | 483 ई.पू., कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) |
🕉️ बुद्ध का चार आर्य सत्य (Four Noble Truths)
- दुख: जीवन में दुःख है।
- दुख का कारण: तृष्णा (इच्छाएं) दुःख का मूल कारण है।
- दुख की निवृत्ति: तृष्णा के निवारण से दुःख की समाप्ति संभव है।
- अष्टांगिक मार्ग: दुःख से मुक्ति के लिए अष्टांगिक मार्ग का अनुसरण करें।
🛤️ अष्टांगिक मार्ग (Eightfold Path)
- सम्यक दृष्टि
- सम्यक संकल्प
- सम्यक वाणी
- सम्यक कर्म
- सम्यक आजीविका
- सम्यक प्रयास
- सम्यक स्मृति
- सम्यक समाधि
📖 बुद्ध के प्रमुख उपदेश स्थल
- सारनाथ (उत्तर प्रदेश): यहाँ बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया, जिसे धर्मचक्र प्रवर्तन कहा जाता है।
- राजगीर: यहाँ बुद्ध ने कई उपदेश दिए और मगध नरेश बिम्बिसार को अनुयायी बनाया।
- श्रावस्ती, वैशाली, कुशीनगर: उनके जीवन के प्रमुख केंद्र रहे।
🏛️ बौद्ध संगीति (Council)
संगीति | स्थान | समय | अध्यक्ष | उद्देश्य |
---|---|---|---|---|
पहली | राजगृह | 483 ई.पू. | महाकश्यप | बुद्ध के उपदेशों को संकलित करना |
दूसरी | वैशाली | लगभग 100 वर्ष बाद | सबकामी | भिक्षुओं में आचरण संबंधी मतभेद |
तीसरी | पाटलिपुत्र | अशोक के समय | मोग्गलिपुत्त तिस्स | बौद्ध धर्म का शुद्धीकरण |
चौथी | कुण्डलवन, कश्मीर | कनिष्क के समय | वसुबंधु | महायान और हीनयान का विभाजन |
🌍 बुद्ध का प्रभाव
- सामाजिक समानता, करुणा और अहिंसा का प्रचार किया।
- जाति व्यवस्था का विरोध किया।
- बौद्ध धर्म एशिया के अनेक देशों में फैला (जैसे श्रीलंका, चीन, जापान, तिब्बत)।
📌 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु (BPSC Key Points)
- महात्मा बुद्ध का जन्म स्थान – लुंबिनी
- ज्ञान प्राप्ति स्थान – बोधगया
- पहला उपदेश – सारनाथ
- महापरिनिर्वाण – कुशीनगर
- बुद्ध के प्रमुख अनुयायी – अनाथपिंडक, आम्रपाली, अंगुलिमाल, उपालि, अजीत केशकंबलि
- धर्मचक्र प्रवर्तन दिवस – अश्विन पूर्णिमा
📝 निष्कर्ष
महात्मा बुद्ध के जीवन और उपदेशों ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को गहन नैतिक और आध्यात्मिक दिशा प्रदान की। बीपीएससी परीक्षाओं में बुद्ध से संबंधित ऐतिहासिक, दार्शनिक और सामाजिक दृष्टिकोण से प्रश्न अवश्य पूछे जाते हैं, अतः इनका अध्ययन अत्यंत आवश्यक है।
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