अमेरिका में पुरुष ने दिया बेटी को जन्म: एक ऐतिहासिक घटना जिसने दुनिया को चौंका दिया
यह कोई साइंस-फिक्शन फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है। अमेरिका में 2007 में थॉमस बीटी (Thomas Beatie) नामक एक ट्रांसजेंडर पुरुष ने एक बेटी को जन्म देकर इतिहास रच दिया। इस घटना ने दुनिया भर में लिंग, पहचान और परिवार की पारंपरिक परिभाषाओं को एक नई दिशा दी।
कौन हैं थॉमस बीटी?
थॉमस बीटी का जन्म एक महिला के रूप में हुआ था, लेकिन बाद में उन्होंने लिंग परिवर्तन कराकर पुरुष का जीवन अपना लिया। हालांकि, उन्होंने अपना गर्भाशय नहीं हटवाया था, ताकि वह भविष्य में बच्चे पैदा कर सकें। उनकी पत्नी, नैन्सी, बच्चे को जन्म देने में असमर्थ थीं। ऐसे में, थॉमस ने खुद गर्भधारण करने का फैसला किया।
एक अनूठी गर्भावस्था
थॉमस ने स्पर्म डोनर की मदद से कृत्रिम गर्भाधान (artificial insemination) के माध्यम से गर्भधारण किया। उनकी यह गर्भावस्था पूरी दुनिया के लिए एक कौतूहल का विषय बन गई। दाढ़ी और पुरुष शरीर के साथ गर्भवती थॉमस की तस्वीरें अखबारों और टीवी चैनलों पर छाई रहीं। कई लोगों ने इस पर सवाल उठाए, तो कई लोगों ने इसे साहस और प्यार की मिसाल बताया।
आखिरकार, जून 2008 में, थॉमस ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। इसके बाद, उन्होंने दो और बच्चों को भी जन्म दिया। उन्हें “दुनिया का पहला गर्भवती पुरुष” (The Pregnant Man) कहा जाने लगा।
इस घटना का महत्व
थॉमस बीटी की कहानी सिर्फ एक व्यक्ति के बारे में नहीं है। यह उन सभी ट्रांसजेंडर लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल है, जो अपना परिवार शुरू करना चाहते हैं। इस घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि परिवार का मतलब सिर्फ एक पुरुष और एक महिला तक ही सीमित नहीं है। यह प्यार और एक-दूसरे के साथ खड़े होने का नाम है।
थॉमस बीटी की कहानी आज भी लोगों को प्रेरणा देती है और यह दिखाती है कि अगर हौसला बुलंद हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। यह चिकित्सा और सामाजिक बदलाव की एक ऐसी कहानी है जिसने दुनिया को एक अलग नजरिए से देखना सिखाया।
