BPSC परीक्षा के लिए इतिहास एक महत्वपूर्ण खंड है, खासकर बिहार के इतिहास पर विशेष जोर दिया जाता है। यहाँ प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) और मुख्य परीक्षा (Mains) दोनों के लिए महत्वपूर्ण विषयों की सूची दी गई है:
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) के लिए महत्वपूर्ण इतिहास विषय:
- प्राचीन भारत (Ancient India):
- सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization): उद्भव, विशेषताएँ, पतन।
- वैदिक काल (Vedic Period): आर्यों का विस्तार, धार्मिक और दार्शनिक साहित्य, सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन।
- महाजनपद काल (Mahajanapadas): राज्यों का गठन, शहरी केंद्रों का उदय, जैन धर्म और बौद्ध धर्म का प्रसार।
- मौर्य साम्राज्य (Mauryan Empire): स्थापना, प्रमुख शासक (चंद्रगुप्त, अशोक), प्रशासन, पतन।
- जैन धर्म और बौद्ध धर्म (Jainism and Buddhism): दार्शनिक आधार, प्रमुख संप्रदाय, समाज पर प्रभाव।
- गुप्त काल (Gupta Period): संस्कृति, विज्ञान और राजनीतिक स्थिरता का स्वर्ण युग।
- बिहार से संबंधित प्राचीन इतिहास: मगध का उदय, बिम्बिसार, अजातशत्रु, नंद वंश, मौर्य वंश, पाल वंश।
मध्यकालीन भारत (Medieval India):
- प्रारंभिक मध्यकाल (750-1200 ईस्वी): प्रमुख राजवंश (पाल, प्रतिहार, राष्ट्रकूट), राजनीतिक और कृषि संगठन।
- दिल्ली सल्तनत (Delhi Sultanate): स्थापना, सुदृढ़ीकरण, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रभाव, प्रशासन।
- मुगल साम्राज्य (Mughal Empire): स्थापना, विभिन्न सम्राटों के अधीन सुदृढ़ीकरण, प्रशासनिक नीतियां, सांस्कृतिक विकास।
- भक्ति और सूफी आंदोलन (Bhakti and Sufi Movements): सामाजिक परिवर्तन में भूमिका, प्रमुख हस्तियाँ।
- बिहार में मध्यकालीन इतिहास: बख्तियार खिलजी का आगमन, बिहार में तुर्क शासन।
आधुनिक भारत (Modern India): (यह खंड सबसे महत्वपूर्ण है)
- ब्रिटिश शासन की स्थापना और विस्तार: प्लासी का युद्ध, बक्सर का युद्ध, विभिन्न गवर्नर-जनरल और उनकी नीतियां (स्थायी बंदोबस्त, सहायक संधि, व्यपगत का सिद्धांत)।
- 1857 का विद्रोह (Revolt of 1857): कारण, स्वरूप, परिणाम, बिहार में भूमिका (कुंवर सिंह)।
- सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन (Socio-Religious Reform Movements): ब्रह्म समाज, आर्य समाज, रामकृष्ण मिशन, प्रार्थना समाज आदि।
- भारतीय राष्ट्रवाद का उदय: प्रारंभिक राजनीतिक संगठन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना, उदारवादी और उग्रवादी चरण।
- स्वदेशी आंदोलन (Swadeshi Movement): कारण, विस्तार, परिणाम।
- गांधीवादी आंदोलन (Gandhian Movements): असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन।
- प्रमुख अधिनियम और संवैधानिक विकास: चार्टर अधिनियम, भारत सरकार अधिनियम (1909, 1919, 1935)।
बिहार की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका: चंपारण सत्याग्रह, 1857 का विद्रोह, भारत छोड़ो आंदोलन में बिहार की भूमिका, प्रमुख व्यक्तित्व (डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, स्वामी सहजानंद सरस्वती, श्रीकृष्ण सिंह)।
- विभिन्न किसान और जनजातीय विद्रोह: संथाल विद्रोह, बिरसा आंदोलन, नील विद्रोह, मोपला विद्रोह आदि।
- शिक्षा का विकास, प्रेस और साहित्य का विकास।
मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए महत्वपूर्ण इतिहास विषय:
मुख्य परीक्षा में इतिहास के प्रश्न अधिक विश्लेषणात्मक और विस्तृत होते हैं। - भारत का आधुनिक इतिहास और भारतीय संस्कृति (विशेषकर 19वीं शताब्दी के मध्य से):
- 1857 का विद्रोह: कारण, स्वरूप, असफलता के कारण, परिणाम, बिहार पर विशेष संदर्भ।
- जनजातीय और किसान आंदोलन: संथाल विद्रोह, बिरसा आंदोलन, चंपारण सत्याग्रह, किसान सभा आंदोलन (स्वामी सहजानंद सरस्वती)। इनके कारण, स्वरूप और प्रभावों पर ध्यान दें।
- पश्चिमी शिक्षा और आधुनिक विचारों का प्रभाव: बिहार में पाश्चात्य शिक्षा का आरंभ और विकास।
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की भूमिका:
- चंपारण सत्याग्रह (कारण, प्रभाव, गांधीजी की भूमिका)।
- 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन और बिहार।
- खुदाई खिदमतगार, व्यक्तिगत सत्याग्रह आदि में बिहार की भूमिका।
- क्रांतिकारी राष्ट्रवाद में बिहार का योगदान।
- प्रमुख व्यक्तित्व: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, रवींद्रनाथ टैगोर के विचार और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान। बिहार के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व जैसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद, श्रीकृष्ण सिंह, जयप्रकाश नारायण, स्वामी सहजानंद सरस्वती आदि के योगदान।
- कला और वास्तुकला: मौर्य कला, पाल कला, पटना कलम चित्रकला, मधुबनी चित्रकला। इनकी विशेषताएँ और ऐतिहासिक महत्व।
- औपनिवेशिक आर्थिक नीतियां: भूमि राजस्व प्रणालियाँ (स्थायी बंदोबस्त, रैयतवाड़ी, महलवाड़ी), धन का निष्कासन, उद्योगों का पतन, अकाल।
तैयारी के लिए कुछ सामान्य सुझाव:
- बिहार के इतिहास पर विशेष ध्यान दें: BPSC में बिहार के इतिहास से संबंधित प्रश्न काफी संख्या में आते हैं।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण करें: इससे आपको महत्वपूर्ण विषयों और प्रश्नों के पैटर्न की जानकारी मिलेगी।
- महत्वपूर्ण तिथियां और घटनाएं याद करें: खासकर राष्ट्रीय आंदोलन और बिहार के इतिहास से संबंधित।
- विभिन्न आंदोलनों के कारण, स्वरूप और परिणामों को समझें।
- प्रमुख व्यक्तित्वों के योगदान और विचारों पर नोट्स बनाएं।
- मानचित्रों का उपयोग करें: प्राचीन और मध्यकालीन भारत के महत्वपूर्ण स्थलों और साम्राज्यों को समझने के लिए।
- नियमित रिवीजन करें।
यह सूची आपको BPSC इतिहास की तैयारी में मदद करेगी।